छत्तीसगढ़ राज्य के मुंगेली जिला से 8 किमी की दुरी में स्थित आदर्श ग्राम – हथनीकला हैं। जहाँ पर जगत जननी माँ अष्टभुज दुर्गा देवी विराजमान हैं। इसी मंदिर को लोग Hathnikala Temple के नाम से जानते हैं।
जीवंत रूप में विराजमान माँ दुर्गा के मंदिर हथनीकला मंदिर कैसे पहुंचे, जाने का उत्तम समय क्या हैं?, मुंगेली जिला में कौन-कौन से धार्मिक और पर्यटन स्थल मौजूद हैं। उन सब जगहों की जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से आपको दी जा रही हैं।
हमें आशा हैं की आपके लिए यह जानकारी बहुत उपयोगी होगा। आप भी हथनीकला मंदिर जाने की सोच रहे हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Hathnikala Temple Mungeli | हथनीकला मंदिर मुंगेली छत्तीसगढ़
धार्मिक महत्व रखने के बावजूद यह स्थान पर्यटन का बेजोड़ नमूना हैं। जिसे देखने के लिए सालभर पर्यटक और श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता हैं। इस मंदिर के आसपास हरे-भरे पेड़-पौधे स्थित है, जो यहाँ के वातावरण को शुध्द कर देती हैं।
मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने पर बहुत बड़ा मैदान जैसा हैं। मुख्य मंदिर पहुंचने से पहले आपको बहुत सुन्दर-सुन्दर बगीचा बनाया गया हैं। जिसपे यहाँ आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु गण विश्राम करते हैं। मंदिर के गर्भ गृह में माता दुर्गा की अष्टभुज वाली जीवंत प्रतिमा प्रतिष्ठापित हैं। जिसके दर्शन मात्र से ही सारी दुःख दर्द भूल जायेगें। जहाँ आप शांति का अनुभव करेंगें।
मंदिर निर्माण सन 1972 में हथनीकला ग्राम के मालगुजार स्वः रोहन सिंह राजपूत ने सभी धर्मों के जनसहयोग से माँ दुर्गा मंदिर का निर्माण करवाया था। बगीचा में ही स्वः रोहन सिंह राजपूत का मूर्ति स्थित हैं। मंदिर बनाते समय उन्होंने मंदिर की भव्यता को बहुत ज्यादा सुन्दर बनाया हैं। माता की प्रतिमा का अनावरण 30 सितम्बर 2006 को किया गया हैं।
चैत और कुँवार की नवरात्रि में भुवनेश्वरी माँ दुर्गा देवी के दर्शन के लिए भक्तों और श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक होती हैं। इसी कारण से यहाँ दो प्रवेश द्वारा बनाया गया हैं। यहाँ बहुत छोटी-छोटी मंदिर भी स्थित हैं। जिसमे से एक प्राचीन शिव मंदिर भी स्थित हैं।
Hathnikala Temple Mungeli पहुंचने वाले श्रद्धालु का ऐसा मानना की यहाँ जो भी मनोकामना मांगी जाती हैं वह पूर्ण हो जाती हैं। पर्यटकों और श्रद्धालओं की संख्या प्रतिवर्ष बढती जा रही हैं। यही कारण हैं की इस मंदिर को छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन स्थल घोषित किया गया।
मान्यता |
मुख्य रूप से आदर्श ग्राम हथनीकला में दो मान्यता प्रसिद्ध हैं –
#01- छत्तीसगढ़ में शादियों के कार्यक्रम के दौरान देवतला जाने का रिवाज होता हैं। उसी रिवाज परंपरा को यहाँ के लोग माता जी की इस मंदिर में आकर पूर्ण करते हैं।
#02- रात में यहाँ माता जी की पायल की आवाज सुनाई देती हैं।
#03- एक व्यक्ति रात में यहाँ आया था, तब वहां का कपाट खुला हुआ था। खुला हुआ होने के कारण वह मंदिर के अंदर चला गया। उन्होंने देखा की शेर की मूर्ति जिस स्थान पर रहता हैं, वह नहीं हैं।
उन्होंने गांव वालो को यह सब बात सुनाई। किन्तु सुबह वह शेर की मूर्ति अपने स्थान पर आ गया था। तब से उनकी मान्यता और भी बढ़ गयी हैं। कहा जाता है शेर की मुँह में हाथ रखने से मान्यता पूरी हो जाती हैं।
Best Time to Visit Hathnikala Mandir & Timing
यहाँ साल में कभी भी आ सकते हैं। चैत्र और कुँवार नवरात्रि के समय यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ लग जाती हैं। आप नवरात्रि के समय यहाँ आइये और रात का समय आइये। रात्रि के समय की भव्यता देखते ही बनती हैं।
मंदिर खुलने का समय सुबह 5:00 बजे से रात के 9:00 बजे तक खुली रहती हैं। नवरात्रि के समय रात भर खुला रहता हैं।
Food, Accommodation & How to Reach Hathnikala Temple Mungeli
सड़क मार्ग के द्वारा मुंगेली शहर रायपुर, बिलासपुर से आसानी से पहुंचा जा सकता हैं। अगर आप ट्रैन रुट लेना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे जंक्शन बिलासपुर हैं। यहाँ से मुंगेली जिला के बस सेवा हमेशा उपलबध रहती हैं।
आवास और खाने के लिए मुंगेली शहर में निजी होटल आसानी से मिल जाता हैं। विकासशील शहर होने के कारण आपको कम दाम में रहने और खाने व्यवस्था मिल जायेगा।
Nearby Tourist Places in Mungeli District
मुंगेली जिला प्रशासन ने अपने जिले के पर्यटन स्थल को संरक्षित करके रखा हैं। आइये यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल को जानते हैं –
- Achnakmar Tiger Reserve (ATR) – बाघों को संरक्षित करने के लिए यह अभ्यारण विकसित किया गया हैं। जहाँ आप जंगल सफारी का आनंद उठा सकते हैं।
- Setganga Temple – छत्तीसगढ़ पर्यटन, संस्कृति, और संगीत में विशेष स्थान रखने वाला Tourist place हैं।
- Kharaghat – शैव समुदाय की 1890 ई. की मंदिर स्थित हैं।
- Rajiv Gandhi reservoir (Khudia Dam) – इस जलाशय का निर्माण तीन पहाड़ों को जोड़कर बनाया गया हैं।
- Madku Islands – हिन्दू और ईसाई सम्प्रदाय में एक साथ मेला लगता हैं। शिवनाथ नदी पर बने इस द्वीप में मंडूक उपनिषद की रचना मण्डूकेश्वर ऋषि के द्वारा इसी द्वीप में बना हुआ हैं।
- Amar Island – प्राकृतिक और धार्मिक संस्कृति से समृद्ध यह प्रसिद्ध मंदिर हैं।
- Shivghat – मनियारी नदी के किनारे प्राचीन मंदिर हैं।
Hathnikala Temple Video
This Video Credit to YouTuber – Aman Tour Vlogs
हथनीकला मंदिर में माता दुर्गा अष्टभुज विराजमान हैं।
चैत्र और कुँवार नवरात्रि के समय।
यह मंदिर सुबह 5 बजे रात के 9 बजे तक खुला रहता हैं।
30 सितम्बर 2006, दिन – शनिवार को हुई हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य के मुंगेली जिला में स्थित हैं।
495334
भारत देश के छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित हैं।
CgTourism Opinion – बहुत अच्छा मंदिर हैं। यहाँ जाने से मन में सुकून मिलता हैं। आप गए है या फिर जाने वाले है तो आप अपना सुझाव या जानकारी नीचे Comment Box में दे सकते हैं।