
कैलाश गुफा बस्तर | Kailash Caves Bastar Chhattisgarh
Chhattisgarh राज्य के Bastar जिला में स्थित Kailash Caves कांगेर घाटी के रहस्यमय भूमि में करोड़ों वर्षो से विद्यमान है। जिसकी खोज श्री कृष्णअवतार जी के अगुवाई में पार्क परिक्षेत्र अधिकारी रोशनलाल साहू, सुपरवाइजर आर यादव, भीम रक्षक सोनसाय शिवहरे, और सीताराम चौकीदार ने की।
कैलाश गुफा 250 मीटर लम्बाई और 35 मीटर की गहराई लिए अपने अंदर एक अनुपम प्राकृतिक चुना पत्थरों के रिसाव से कुटुमसर गुफा के जैसे बड़ी-बड़ी प्राकृतिक सरचनायें बनाये हुए हैं, जिससे की सैलानियों का मन अकस्मात ही कैलाश गुफा की ओर दौड़े चला जाता हैं।

यहां प्रत्येक वर्ष सावन में कावड़ यात्रियों द्वारा भगवन शिव को जलाभिषेक कराया जाता हैं। जिससे यहाँ की भीड़ मेला सा प्रतीत होने लगता हैं। स्टैलेक्टसाइट्स और स्टालाग्माइटस से बने आकृति कुटुमसर गुफा में बने आकृतियों से भी बड़ा और पुराना हैं।
Kailash Cave का नाम यहां स्थित भगवान् शंकर की बहुत सारी छोटी-बड़ी प्रतिमाओं के नाम से, जो की यहाँ प्राकृतिक रूप से स्थापित हैं। जो कैलास पर्वत के बर्फ जैसा सफ़ेद होने के कारण पड़ा। इस गुफा में तीन बड़े-बड़े हॉल है, जिसमे हजारों व्यक्ति एक साथ यहां आ सकते हैं, लेकिन वहां जाते समय आपको एक-एक करके जाना पड़ेगा। इन चेंबरों की शोभा संगीत कक्ष बढ़ाती हैं, जो पर्यटकों के लिए आचम्भित करने जैसा हैं।
Best Time To Visit Kailash Caves | कैलाश गुफा जाने का उपयुक्त समय
दोस्तों आप कैलास गुफा कांगेर वैली राष्ट्रीय पार्क द्वारा निर्धरित समय पर ही जा सकते हैं। जो प्रत्येक वर्ष के 16 अक्टूबर से 15 जून तक सैलानियों के लिए खोल दी जाती हैं। हम आपको ठण्ड की मौसम में जाने की सलाह देते हैं, गुफा के अंदर ऑक्सिजन के कमी होने के कारण kailash caves में गर्मी बढ़ जाती हैं।
How to Reach Kailash Caves | कैसे पहुंचे कैलाश गुफा
सड़क, रेल, और हवाई मार्ग के माधयम से आप छत्तीसगढ़ जिला बस्तर के जगदलपुर जिला में पहुंच सकते हैं। जो सभी यातायात मार्गो से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं। जगदलपुर से महज 40 किलोमीटर की दुरी तय करने के बाद आपको कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पहुंच सकते है। जहा से आपका कैलास गुफा और कुटुमसर गुफा जाने का मार्ग खुलता हैं।
कैलाश गुफा में जाने के लिए आपको कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान से प्रवेश द्वार से जिप्सी और गाइड लेना होगा, उसके बाद ही आप वहां तक पहुंच सकते हैं। जो लगभग 1500 से 2000 भारतीय मुद्रा हो सकता हैं।
कैलाश गुफा में जाने से पूर्व पर्यटक सुचना केंद्र नेतानार द्वारा कुछ शुल्क चार्ज किया जाता हैं।

Trip Advice- दोस्तों आप कैलाश गुफा जाते हैं, तो आप ठण्ड के मौसम में जाना सुनिश्चित कीजिये, गर्मी कम लगेगा। साथ ही अपने साथ अच्छी प्रकाश देने वाली लाइट जरूर लेकर जाइये। आपको शांत मौहाल और प्राकृतिक आकृतियों को समझने का शौक हैं, तो आप किसी उत्सव/पर्व के समय बिलकुल भी न जाये।
आसपास जुडी अन्य पर्यटन स्थल | Nearby Tourist Place Kailash Cave
दोस्तों आप सिर्फ Kailash Cace देखने तो नहीं जा रहे होंगे, तो हमारा सजेसन है की time बचता है तो आप नीचे दिए गए जगह पर भी घूम आइये।
- कुटुमसर गुफा – कांगेर घाटी राष्ट्रीय राजमार्ग के अंदर आने वाली इस गुफा में भी विजिट कीजिये। बहुत सूंदर नजारा देखने को मिलेगा।
- कांगेर धारा – यह बहुत सूंदर जलप्रपात हैं। आप यहाँ भी Visit कर सकते हैं।
- तीरथगढ़ जलप्रपात – यहां तो तो जाइये ही जाइये। बहुत ही सूंदर अनुभव इस जलप्रपात में देखने को मिलेगा।
- जगदलपुर सिटी – आप Shoping के शौक़ीन है तो आप जगदलपुर सिटी विजिट कर सकते है। छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति को संजोये यहाँ के बाजार में आपको देखने को मिल जायेगा।
Kailash Cave Bastar Chhattisagarh
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला के जगदलपुर में
लम्बाई 250 मीटर और गहराई 35 मीटर
प्राकृतिक रूप से चुना पत्थर द्वारा निर्मित अद्भुत आकृतियां
16 अक्टूबर से 15 जून
जगदलपुर से कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान 40 की दुरी में हैं।