दोस्तों आप Khutaghat Dam जाने की सोच रहे है तो बरसात या बरसात के मौसम आपके लिए सही रहेगा। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको खुटाघाट बांध में कब जाना हैं, कैसे जाना, जाने का सही समय कौन सा हैं। इन सब की पूरी जानकारी देंगे।
ताकि आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो। आप इस जगह पे अच्छे से मनोरंजन कर सकें।
Khutaghat Dam | खुटाघाट बांध बिलासपुर
बरसात के दिनों में अगर आप पिकनिक, पर्यटन स्थल ढूंढ रहे हैं, जिससे आपके मन में फ्रेश और शांति महसूस हो, तो आपको खुटाघाट जलाशय एक बार जरूर घूमकर आ जाना चाहिए। Khutaghat Dam में आपको traking, Site Seen, भरपूर देखने को मिलेगा। प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में पर्यटक यहाँ घूमने को पहुंचते हैं।
खुटाघाट जलाशय का इतिहास और लोकवानी | History of Ghutaghat Dam And Folklore
खुटाघाट बांध को संजय गांधी जलाशय के नाम से बनाया गया हैं। जो सन 1930 में बनकर तैयार हुआ हैं। इनकी लागत लगभग 6563097रु के आसपास बताई जाती हैं।
संजय गाँधी जलाशय को खुटाघाट बांध कहा जाता हैं। कहा जाता हैं की इस बांध को बनाने के लिए लगभग 208 गावों को मिलाने से बना हुआ है, दोस्तों आप इसी से अनुमान लगा सकते है की यह बांध कितना बड़ा होगा।
इस बांध को बनाते समय यहां जंगल हुआ करता था, जिसमे बहुत सारे पेड़-पौधे हुआ करते थे। बाँध के निर्माण के समय पेड़ो को काटा नहीं गया, जिससे वह पेड़ पानी के अंदर ही रह गया। पानी के अंदर रहने की वजह से वह पेड़ ठूठ में परिवर्तन हो गया, जो इतना मजबूत हो गया की कुल्हाड़ी से काटने पर उल्टा चोट पहुंचाते थे।
जिसे छत्तीसगढ़ की स्थानीय भाषा में “खूंटा” कहते हैं, इसी से संजय गांधी जलाशय का नाम खूंटाघाट बांध पड़ा।
आसपास के लोग आज भी इस बाँध के अंदर पायी जानी वाली लकड़ी को काटकर लाठी बनाकर, यादकार के तौर पर रखा हुआ है।
खूटाघाट बांध कब जाये, कैसे जाये
आप खुटाघाट बांध कभी भी जा सकते हैं, लेकिन आपको Adventure पसंद हैं तो आप बरसात के समय में जाना चाहिए। बांध का overflow water देखने का आनंद ही कुछ और हैं। बांध में नहाना सख्त मना हैं, कहा जाता हैं, इस बांध में बहुत सारे मगरमच्छ हैं। लेकिन जब हम लोग गए थे तो देखने को नहीं मिला।
खुटाघाट जलाशय बिलासपुर जिला में स्थित हैं। जो बिलासपुर से 32Km तथा रतनपुर से मात्र 7Km की दुरी में स्थित हैं। जो बिलासपुर-अंबिकापुर हाइवे से होते हुए आप पहुंच सकते हैं।
खुटाघाट में रुकने की व्यवस्था और Site Seen | Khutaghat accommodation And Site seen
Khutaghat Dem में वैसे तो आप कुछ घंटे Visit कर वापस जा सकते है, फिर भी आप बाहर से आये है, और रुकने का प्लान हैं तो छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा Toutist Rest House का निर्माण बांध के ऊपर में कराई हुई है। booking के लिए https://www.chhattisgarhtourism.in पर जा सकते हैं।
खुटाघाट डेम को जब आप सबसे पहला बार सीढ़ियों से जड़कर ऊपर जाते हुए, बांध को देखोगे तो मैं गारंटी लेता हूँ, आपके दिलों-दिमाग में शांति, आनंद के सिवा और कुछ दिखाई नहीं देगा।
आप वहां के Site seen को देखकर मंत्र मुग्ध हो जायेंगे। बरसात के समय बांध से ऊपर जाते हुए Overflow Water, आपको झरने सा प्रतीत होगा। जिसमे आपका मन तैरने को ललायित होगा।
अगर आप traking के शौक़ीन है तो तो वहां के छोटे से पहाड़ में खड़ी चढाई करके ऊपर जा सकते है। जहाँ से आपको बिल्कुल इक नया अनुभव होगा। जिसे आप अपने Instagram, Facebook और Whatsapp के स्टेट्स में लगाए बिना नहीं रह सकते है।
इस बांध के बीच में एक भगवन शिव का मंदिर हैं, जो गर्मी के समय में ही पहुंच सकते हैं, बाकी समय यह मंदिर पानी में डूबा रहता हैं। सुबह 9बजे से शाम के 4बजे तक वहां बोटिंग भी कराई जाती हैं। जिसमे जाकर आप आनंद का अनुभव ले सकते हैं।
दोस्तों रतनपुर महामाया मंदिर के लिए प्लान बनाते हो तो साथ ही खुटाघाट बांध को भी विजिट करके देख लीजिये। यहां आपको बहुत सुन्दर-सुन्दर नज़ारे देखने को मिल सकता हैं।
khutaghat Dam 2022 – Ratanpur Bilaspur Chhattisgarh
Dosto, Khutaghat Dam Bilaspur में इस वर्ष 2021 में Overflow Start हो गया हैं। आप जा के वहां आनंद उठा सकते हैं आप अपनी पूरी फॅमिली के साथ लुफ्त उठाइये।
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is there parking here?
yes. rs. 10 charge.
best time to visit Khutaghat dam?
August to December.
Conclusion – दोस्तों यह जगह बहुत ही खूबसूरत हैं। मैं इस जगह पे 4 बार चला गया हूँ। वहां हम बिना बात किये घंटो बिता कर आये हैं। पता नहीं हमारा समय कैसे गुजरता हैं, पता ही नहीं चलता। आप भी वहां जाकर मस्ती-मनोरंजन कीजियेगा। बहुत अच्छा लगता हैं।