NH53 के किनारे में स्थित Mungai Mata Mandir (मुंगई माता मंदिर) बहुत ही अनुपम हैं। यहाँ हर रोज संध्या वंदन करने को भालू अपने पुरे परिवार के साथ यहाँ आते हैं।
Mungai Mata Temple | मुंगई माता मंदिर पटेवा महासमुंद
दोस्तों आप NH53 या महासमुंद जिले के Tourism स्थल जैसे सिरपुर, कोडर बांध, पतई माता मंदिर जैसे पिकनिक स्थल जा रहे हैं तो आप नेशनल हाइवे 53 में स्थित माता जी की मंदिर हैं। जहाँ प्रतिदिन शाम के समय भालू व उसके पुरे परिवार (एक नर, एक मादा व दो बच्चे) Mungai Mata Temple में दर्शन करने आते हैं।
जिला मुख्यालय महासमुंद से 35 किमी की दुरी में स्थित हैं। NH53 से होकर जाने वाले सभी श्रद्धालु, पर्यटक जन माता जी की दर्शन करते जाते हैं। बावनकेरा गांव के समीप स्थित यह छोटा सा पहाड़ हैं, जिसके ऊपरी भाग में पहाड़ी वाली माता विराजित हैं तथा नीचे मुंगई माता विराजित हैं।
इस मंदिर में स्पष्ट निर्देश लिखा हुआ है की शाम के समय कोई भी व्यक्ति ऊपर ना चढ़े। चूँकि यहाँ हर शाम को भालू विचरण करने आते हैं। लोग बिस्कुट, कोल्ड्रिंक आदि तार के उस पार से पिलाते हैं या मंदिर की पुजारी को देकर भालू का प्रत्यक्ष दर्शन करते हैं।
Nearby Place in Mungai Mata Temple
यह मंदिर राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित होने के कारण यहां सुगमता से पहुंचने के साथ-साथ ही आसपास बहुत ही अच्छे-अच्छे छत्तीसगढ़ पर्यटन स्थल हैं-
- सिरपुर – छत्तीसगढ़ महाकोशल नाम से प्रसिद्द पुरातात्विक नगरी सिरपुर को कौन नहीं जानता हैं। इस जगह से मात्र 30 किमी की दुरी में स्थित हैं।
- कोडर जलाश्य – पिकनिक स्पॉट, नाईट कैंपिंग, बोटिंग करने के लिए बहुत ही बेहतरीन जगह में से एक हैं। जो यहाँ से 18 किमी की दुरी में राष्ट्रीय राजमार्ग से लगा हुआ हैं।
- पतई माता मंदिर – पतई नामक ग्राम में स्थित, प्राकृतिक का बेहतरीन नमूना के अनुभव के लिए इस जगह पे जरूर से विजिट करे।
भालू वाला मंदिर | Mungai Mata Mandir Chhattisgarh | Bears at Mungai Mata Mandir | Vlogs Rahul Video
अधिकतर पूछे जाने वाले आपके सवाल –
भालू को कितने समय देखा जा सकता हैं?
शाम 5 बजे के बाद से। कभी-कभी जल्दी भी देखा जाता रहा हैं।
महासमुंद से कितने समय में पंहुचा जा सकता हैं?
लगभग 40 मिनट।
क्या प्रतिदिन भालू देखा जा सकता हैं?
हां। बरसात के दिनों में कहा नहीं जा सकता हैं।