गरियाबंद जिला चारों ओर घने जंगलों, पहाड़ो व प्राकृतिक वादियों से घिरा हुआ हैं। उन्ही पहाड़ों में एक झरना सिन्दूरखोल, भूस्खलन से बना हुआ हैं, जो बहुत ही खूबसूरत व शांत जगह हैं। जहाँ प्रकृति प्रेमी लोग जाना पसंद करते हैं। इस लेख में हम आपको Sindurkhol Waterfall Gariaband में स्थित, झरने की जानकारी, पहुंचने की मार्ग व जाने का उचित समय को अवगत कराएँगे।

Sindurkhol Waterfall | सिन्दूरखोल जलप्रपात गरियाबंद छत्तीसगढ़
गरियाबंद क्षेत्र के बारूका से महज 13 किमी की दुरी पर, कच्ची पक्की सड़कों से होते हुए, छोटी – छोटी, दो से तीन नदीयों को पार करते हुए, घने जंगलों के बीच ट्रैकिंग करना, किसी एडवेंचर से कम नहीं हैं। ऐसी ही जगह सिन्दूरखोल झरना हैं।
Sindurkhol Waterfall तीन चरणों में गिरने वाली झरना हैं। तीनों ही चरण बेहद खूबसूरत हैं। इस झरने को नीचे की ओर से देखने पर, सिर्फ नीचे वाला हिस्सा ही दिखाई देता हैं, जो बहुत ही खूबसूरत तरीके से गिरती रहती हैं।
घने जंगलो के बीच स्थित इस झरने तक पहुंचना, जितना कठिनाईदायक हैं, उतना ही सुकून यहाँ पहुंचने के बाद लगता हैं। बिन्द्रानवागढ़ से कुछ किलोमीटर चलने के बाद आपको गजपल्ला जलप्रपात जाने वाले रास्ते को छोड़कर सीधा बढ़ना होता हैं। जिसमे कच्ची सड़कें, और तीन छोटी-छोटी नदियों को पार करना पड़ता हैं।
स्थानीय लोगो द्वारा एक पेड़ पर सिन्दूरखोल जाने का रास्ता लिखा हुआ हैं, पहुंचने पर नहीं लगेगा की यह रास्ता सिन्दूरखोल जाता हैं। पगडंडी वाले रास्ते में इसी झरने की छोटी सी नदी को पार करना पड़ता हैं।
यहाँ रहने वाले स्थानीय लोगो द्वारा पेड़ो पर पेंट कर दिया गया हैं। जिससे अनुमान लगाया जा सकता हैं की झरना तक पहुंचने की रास्ता यही हैं। बड़े-बड़े पत्थरों के बीच गिरती यह झरना शांत और अनुपम सौंदर्य से मन को मोहित कर लेता हैं। यहाँ पहुंचने पर आपका मन जरूर चाहेगा की कुछ पल झरने और पेड़ों की छाँव में समय गुजार लूँ।
Best Time to Visit Sindur Khol Waterfall | सिन्दूरखोल झरना जाने का सही समय
सिन्दूरखोल जलप्रपात एक बरसाती या मौसमी जलप्रपात हैं, जो बरसात के मौसम में चलना प्रारम्भ होता हैं। जिसके कारण यहाँ जाने के लिए बरसात या बरसात के कुछ दिनों के मौसम को चुनना चाहिए। हमारे हिसाब से वहां जाने का Best time जुलाई से सितम्बर माह के बीच होना चाहिए।
अक्टूबर या नवम्बर माह के समय बारिश होती हैं, तो उस समय भी जा सकते हैं। किन्तु जुलाई माह में अत्यधिक वर्षा होने पर जाने के लिए बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं। इस समय बारिश की अधिकता के कारण छोटी-छोटी नदी उफान पर होती हैं। पहाड़ों व जंगली इलाका होने के कारण वर्षा जल बहुत अधिक गति से अचानक चलने लगती हैं।
ये ध्यान रहे की आप जब भी जाएँ, गरियाबंद के मौसम का हाल जरूर जान ले। रोमांचकारी लोग हैं, जिसे रिस्क में इश्क नजर आता हैं, उसे बरसात के समय ही जाना चाहिए।
How to Reach Sindurkhol Falls Gariaband | सिन्दूरखोल झरना तक पहुंचने के रास्ते | Sindurkhol Waterfall Distance
गरियाबंद जिला पहुंचने के लिए राजधानी रायपुर में आपको सभी महानगरों से रेल व हवाई मार्ग की सुविधा आसानी से मिल जाते हैं। राजधानी रायपुर से गरियाबंद के लिए निजी टैक्सी, बसे मिल जायेगा। जो State Highway – 130C होते हुए गरियाबंद के लिए आसानी से पहुंचा सकते हैं।
सिन्दूरखोल झरना पहुंचने के राजिम और गरियाबंद मार्ग के बीचो बीच पड़ता हैं। SH-130C पड़ने वाले इस झरने तक पहुंचने के लिए राजिम से लगभग 30 किमी तथा गरियाबंद से लगभग 15 किमी की रास्ता तय करके गजपल्ला व सिन्दूरखोल वॉटरफॉल के लिए ग्राम – नागझर के पास से मुड़ना होता हैं। वहां स्थित पेड़ पर गजपल्ला व सिन्दूरखोल जलप्रपात जाने का मार्ग का बोर्ड लगा हुआ हैं।
राजधानी रायपुर के हवाई अड्डा रायपुर, रेलवे जंक्शन रायपुर, तथा बस स्टैंड रायपुर से सड़क मार्ग द्वारा लगभग 77 से 85 किमी दूर हैं। महासमुंद और धमतरी जिला से लगभग 66 से 69 किमी की दुरी में स्थित हैं, तथा गरियाबंद जिला मुख्यालय से लगभग 22 किमी की दुरी में स्थित हैं।
Gariaband Best Tourist Places | गरियाबंद के बेहतरीन पर्यटन स्थल
गरियाबंद जिला अपने घने जंगलों व छोटी बड़ी पहाड़ों के नाम से प्रसिद्ध हैं। यहाँ देश प्रसिद्ध भूतेश्वर मंदिर जैसे धार्मिक स्थल हैं, वही झर-झर करती झरना, जगह – जगह बहती रहती हैं। ऐसे अनदेखे झरना भी स्थित हैं, जिसे बहुत ही कम लोग ही जानते हैं।
आइये देखते हैं, यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में, यहाँ हम गरियाबंद जिले से उनकी दुरी को भी प्रदर्शित कर रहे हैं।
- चिंगरा पगार जलप्रपात – गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 15 किमी दुरी में स्थित हैं। यह झरना हाल ही में बहुत प्रसिद्धि पायी हैं, जिसके कारण लोगो का जमावड़ा छुट्टी के दिनों के अलावा अन्य दिन भी होता हैं।
- गजपल्ला जलप्रपात – ट्रैकिंग, एडवेंचर और सुकून की तलाश करते लोगो के लिए यह परफेक्ट जगह हैं। यह गरियाबंद से 20 किमी की दुरी में हैं।
- सिन्दूरखोल जलप्रपात – गरियाबंद से गजपल्ला वाले रास्ते में स्थित हैं। जिसकी दुरी 22 किमी के आसपास हैं।
- घटारानी मंदिर एवं जलप्रपात – आसपास के लोगो की पसंदीदा जगहों में एक घटारानी मंदिर हैं। यहाँ एक खुबसुरत जलप्रपात भी बरसात के मौसम में बहता हैं। गरियाबंद जिला से यह मात्र 30 किमी की दुरी में स्थित हैं।
- जतमई मंदिर एवं जलप्रपात – घटारानी मंदिर व जलप्रपात के जैसे ही यह जलप्रपात भी लोगो को बहुत पसंद आती हैं। गरियाबंद से लगभग 23 किमी की पहाड़ी वाले रास्ते में स्थित हैं।
- आमाखोल जलप्रपात – गजपल्ला झरना व सिन्दूरखोल से कुछ दुरी में, घने जंगलों पर स्थित यह झरना जिला मुख्यालय से 30 किमी की दुरी पर स्थित हैं।
- चट्टान नाला जलप्रपात – यह झरना चट्टानों पर बहने के कारण चट्टान नाला कहते हैं, जो जिला से महज 14 किमी की दुरी में स्थित हैं।
- देव धारा जलप्रपात – पिकनिक मनाने वाले, तैराकी पसंद लोगो के लिए बेहतरीन जगह हैं, जो गरियाबंद से 84 किमी की दुरी में स्थित हैं।
- भूतेश्वर महादेव मंदिर – महज 4 किमी की दुरी में स्थित भूतेश्वर महादेव, अपने बढ़ते हुए आकृति के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।
- निरई देवी माता मंदिर – यह मंदिर पहाड़ों पर स्थित हैं, जो पुरे वर्ष भर में नवरात्रि के प्रथम दिवस में प्रातः 03 बजे से प्रातः 09 तक खुलता हैं। इस मंदिर से वापस आने पर पीछे मुड़कर नहीं देखा जाता हैं। इसके अलावा और भी इस मंदिर पर मान्यता हैं।
- उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व – सीतानदी और उदंती नदी जंगलो के बीचो – बीच प्रवाहित होने के कारण इस टाइगर रिज़र्व का नाम उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व पड़ा, जो गरियाबंद से लगभग 78 किमी की दुरी में स्थित हैं।
- सिकासार बांध – लगभग 47 किमी की दुरी में सिकासार बांध स्थित हैं। जहाँ आप सभी मौसम में पिकनिक मनाने के लिए पहुंच सकते हैं। यहाँ आपको बिजली घर भी देखने को मिल सकता हैं।
- राजीव लोचन मंदिर राजिम – राजिम में त्रिवेणी संगम हैं। राजीव लोचन भगवान् विष्णु का एक रूप हैं। यह गरियाबंद से लगभग 44.4 किमी दुरी में स्थित हैं।
- माघी पुन्नी मेला राजिम – हर साल प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि से माघ पूर्णिमा तक चलने वाली इस छोटा कुम्भ में लाखो की संख्या में लोग देखने को पहुंचते हैं।
सिन्दूर खोल जलप्रपात टुईंयामुड़ा गरियाबंद वीडियो | SindurKhol Falls Video
This Video Credit & Making By YouTuber – Hamar Gariaband
Cgtourism.in Opinion
कच्ची – पक्की सड़को से होते हुए हुए हम गजपल्ला झरना के लिए पहुचें थे। वहां से गूगल मैप के सहारे निकल पड़े सिन्दूरखोल जलप्रपात के लिए। कुछ दूर चलने के बाद, एक पेड़ पर सिंदूर खोल जाने का रास्ता लिखा हुआ था। गाड़ी को वही रखे, चिन्ह किये गए पेड़ो के सहारे हम आधा रास्ता पार कर लिए थे। उसके बाद चिन्ह गायब था, फिर हमने नदी के किनारे-किनारे जाने का सोचा।
चलते – चलते हम झरने तक पहुंच ही गए। सुन्दर नजारों से ओतप्रोत यह झरना बहुत ही सुकूनदायक हैं। हमारे कुछ साथ तो वही सो गए। बहुत ही खूबसूरत झरना हैं। बच्चे, महिलाएं या बुजुर्ग को यहाँ न ले जाये। बाकि एडवेंचर पसंद लोगो के लिए बहुत ही अच्छा हैं।
No.
1 to 2 Km Walking to reach in this waterfall.